दिन की शुरुआत वैसी ही हुई जैसी की आशंका थी l किसी ने क्लास के आधे घंटे पहले दरवाज़े पर जमा के लात मारी , हमेशा की तरह गलियाँ सुनाते हुए मैंने पूछा किसकी मय्यत निकल रही है तो आवाज़ आयी की सालों कभी तो क्लास के लिए समय पर उठ जाया करो l तब फिर ध्यान आया की हा क्लास करना भी उतना ही ज़रूरी है जितना की ट्रिप पर जाना जरुरी था l
खैर किसी तरह नींद को भगाया , आलस को दूसरी करवट सुलाया और फिर उठा तो देखा की क्लास के लिए आधे घंटे ही बचे हैं l जल्दी जल्दी तैयार वैयार हो के कोलेज पहुच गए , क्यूंकि आज ओ. एल . टी . भी तो देना था , जैसे तैसे ओ. एल . टी. दिया और ओ. एल . टी. के टेंसन मिटने के बाद सुट्टे की दुकान की तरफ बढ़ गए , क्लास करके बाहर निकले ही थे की सी. आर. साहब ने एक खुशखबरी सुनायी की आज बी. सी. की क्लास नहीं होगी l ख़ुशी तो आसमान की ऊँचाइयों पर पहुच चुकी थी ये सुनकर ही की बी. सी . की क्लास नहीं है क्यूंकि आज के जी. डी. के टोपिक के बारे मे सुना ही नहीं था l खाना खा ही रहे थे की एक खबर सुनने को मिली की समर इंटर्नशिप को लेकर गंभीर मीटिंग बुलाई गयी है , सुट्टा मार कर जल्दी से सेमिनार हॉल मे पहुचे l मीटिंग मे समर इन्टर्नशिप के विभिन्न पहलुओं को लेकर चर्चा हुयी , आनन् फानन मे एक ज़बर्दत टास्क फोर्स का गठन किया गया , जो टास्क फ़ोर्स आने वाले 20 दिनों मे हम सभी छात्रों के समर इन्टर्नशिप को लेकर काम करेगा l हमारे समर इन्टर्नशिप को लेकर उठाया गया एक सकारात्मक कदम , खैर जल्दी से सब कुछ सलटा के वापस होस्टल पहुचे l होस्टल पहुचने के बाद हमेशा की तरह टी. टी . के टेबल पर २-२ हाथ आजमाए , क्या हुआ ये नहीं बताऊँगा ,क्यूंकि नया खीलाडी हूँ अभी l वापस आने के बाद निंद्रा की छाँव मे चले गए , शाम को किसी ने फिर आवाज़ लगाई की उठ जा , शाम को किसी से मिलने का वादा है ,और ये वादा तो हम तोड़ नहीं सकते थे , वादा पूरा किया वापस आये और 2 -३ घंटे ज़मा के बकैती की और अब पुनः निंद्रा के आगोश मे जाने की तैयारी l और जब छोना मोना दोनों को नीनी आ रही है तो हमे तो नीनी आना लाजिमी ही है , तो सभी को रात्रि की शुभकामनाओं के साथ ये पोस्ट समाप्त करता हूँ . .......
शुभ रात्रि l
No comments:
Post a Comment