Sunday, May 2, 2010

उफ़ ये समर इन्टर्नशिप . . . . . . . .

काफी दिनों बाद फुर्सत से बैठा हूँ तो सोचता हूँ की एक ब्लॉग ही लिख दी जाये , जनता की काफी मांग भी आ रही थी की काफी दिनों से मैंने ब्लॉग मे नयी पोस्ट नहीं डाली है ,तो सोचा की चलो आज काफी दिनों बाद होस्टल मे बैठा हूँ और फुर्सत के क्षण भी हैं तो इस समय का कुछ सकारात्मक उपयोग किया जाये और एक ब्लॉग ही लिख दी जाये  l तो ब्लॉग लिखना तो फ़ाइनल हो गया पर ब्लॉग लिखना किस मुद्दे पर है ये एक संगीन प्रश्ण सामने उभर कर आया  l काफी गहन चिंतन करा तोये विचार आया की ज्यादा इधर उधर क्यूँ जाऊं , आज कल सबसे ज्वलंत मुदा तो समर इन्टर्नशिप का है जिसने सबकी बजा कर रखी है l तो ये फ़ाइनल हो गया की आज का ब्लॉग हमारे समर इन्टर्नशिप को समर्पित रहेगा l
समर इन्टर्नशिप की शुरुआत मे सारे बच्चे बड़े उत्साहित थे लेकिन जैसे जैसे दिन बीतते गए अब तो ये आलम है की जनता कह रही है की जितनी जल्दी ये बवाल ख़त्म हो उतना अच्छा l जिनकी इन्टर्नशिप मॉल वॉल   मे लग गयी है वो तो फिर भी आराम की ज़िन्दगी जी रहे हैं , कम से कम दिन मे गर्मी मे तो नहीं सड़ना है , लेकिन हम जैसे बदनसीब जो की वेयरहाउस मे इन्टर्नशिप कर रहे हैं उनसे पूछो उनका दुःख दर्द l  पचास डिग्री की गर्मी मे काम करने जो हालत हो   रही है उसका अहसास मैं सिर्फ इस ब्लॉग के ज़रिये नहीं करा सकता , जिन जिन को ये अहसास करना है वो सिर्फ एक दिन के लिए हसनगढ़ का ट्रिप लगा ले l मुझे आज भी वो पहला दिन याद है जब हम हसनगढ़ गए थे , हमे ऐसा लगा की हमे काले पानी की सजा के लिए भेजा गया है ना की इन्टर्नशिप के लिए l हमने सोचा की इससे अच्छा तो बिग बाज़ार मे जा कर कपडे ही बेच लेते , कम से कम गर्मी मे सड़ना तो नहीं पड़ता अगले दो महीनों के लिए l खैर मजाक मजाक मे एक महिना  खतम होने को आ ही गया है , देखते देखते ये इन्टर्नशिप एक बुरे सपने की तरह बीत ही जायेगा l वैसे इस इन्टर्नशिप मे जाने के बाद पता चला की हम अगले साल से अपने कॉलेज को कितना ज्यादा मिस करने वाले हैं , जब ये दो महीनो मे ये हालत हो गयी है तो तब क्या होगा इसका अहसास हो गया है मुझे तो l खैर सभी लोग जल्दी से इन्टर्नशिप का जंजाल ख़त्म करते हैं और फिर १५ जून को वापस कॉलेज मे मिलते हैं अपने अपने एक्सपेरिएंस के साथ l  तब तक के लिए  'ऑल दी वेरी बेस्ट फॉर दी इन्टर्नशिप' l

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