आज सुबह सूरज अपने पहली किरण के साथ अपनी लालिमा तो लाया ही था , लेकिन हमारे हॉस्टल के लिए ये सुबह एक धमाके के साथ ही शुरू हुयी l धमाका भी ऐसा वैसा नहीं था , धमाका काफी तगड़ा था l आज शुक्रवार होने का कारण हमारी क्लास सुबह सवा नौ बजे से ही थी इसलिए मैं भी सुबह 8 बजे के आस पास ही उठ गया था , तो हमेशा की तरह ब्रश कर के मैं नाश्ते की तरफ बढ़ गया l नाश्ता कर के जब मैं तकरीबन 20 मिनट के बाद अपने कमरे की तरफ आ रहा था की 2 दोस्तों ने मुझे इशारा किया की चुप चाप आना l मैंने सोचा साले सुबह सुबह पागल हो गए है लगता है, पता नहीं कैसे इशारे किये जा रहे हैं l फिर मैं जैसे ही कमरे के करीब पंहुचा तो सारा माजरा खुद ब खुद मेरे सामने आ गया , मेरे कमरा का दरवाज़ा खुला पड़ा था और अन्दर मेरे बैग्स ,और बेड बॉक्स की तलाशी चल रही थी l ये सब की तरफ नज़र पड़ते ही मेरे सामने सारी गुत्थी सुलझती चली गयी l मुझे पता चल चूका था की मेरे कमरे की तलाशी किसी खास कारण से की जा रही है l खैर भगवान का शुक्र था और बड़ों की दुआएं आज के दिन काम आ ही गयी और मेरे कमरे से किसी भी प्रकार का अवांछनीय तत्त्व किसी भी अवस्था मे नहीं पाया गया l खुद के लिए ख़ुशी तो काफी हुयी लेकिन थोड़ी देर बाद जब अपने कुछ दोस्तों के बारे मे पता चला तो दुःख भी काफी हुआ l हमने सोचा चलो मामला सुलझ जायेगा , लेकिन ये कुछ ज्यादा ही उलझ गया l उम्मीद है की सब कुछ जल्द ही ठीक हो जायेगा और दिनचर्या जल्दी ही सामान्य हो जाएगी l इसी पेशो पेश मे सारा दिन गुज़र गया l हर तरफ इसी घटनाक्रम को लेकर चारो तरफ चर्चाओं का बाज़ार गर्म रहा l खैर शाम को नॉएडा का एक चक्कर घूम आये तो मन भी थोडा शांत हुआ l और अब नींद की आगोश मे जाने की तैयारी है , तो इन्ही शब्दों के साथ निंद्रा की छाँव की तरफ बढ़ता हूँ l अगले पोस्ट का करिए इन्तेजार l
शुभ रात्रि lllll
No comments:
Post a Comment