Saturday, March 15, 2014

हिटलर के जूते पहन कर आगे बढ़ते केजरीवाल

मैं हमेशा से इस बात का पक्षधर रहा हूँ कि और हमेशा से ये कहा है कि केजरीवाल ने देश कि राजनीति मे अपने कदम जमाने के लिए ठीक वैसे ही रणनीति बनाई है, जैसा कभी जर्मनी मे हिटलर ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद बनाई थी। हिटलर ने अपनी राजनीति कि शुरुआत जर्मनी के सभी राजनीतिज्ञो को भ्रष्टाचारी और चोर बता कर करी थी। ये काम आज के भारत मे अरविंद केजरीवाल कर रहा है। जिस तरह हिटलर ने स्वयं को मसीहा और अपने सभी विरोधियो को भ्रष्टाचारी बता कर देश की सत्ता पर कायम होने कि नीव रखी थी, केजरी भी उसी कोशिश मे है। सभी विरोधियो को भ्रष्टाचारी बता कर और एक पूरी पीढ़ी का ब्रेनवाश कर के केजरीवाल भी देश की सत्ता पर काबिज हो जाना चाहता है।
केजरीवाल के सार्वजनिक व्यवहार मे एक तानाशाह कि छवि साफ देखी जा सकती है। अभी 2 दिन पहले नागपुर के एक कार्यक्रम मे केजरीवाल ने देश मे मीडिया को अप्रत्यक्ष रूप से धमकी ही दे डाली कि अगर मीडिया ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के बारे मे सकारात्मक खबरे दिखाने के अलावा कुछ भी नकारात्मक दिखाया तो ये प्रधानमंत्री बन जाने के बाद मीडिया के पत्रकारों को जेल की सलाखों मे डाल देंगे। मतलब साफ है केजरीवाल मीडिया को साफ तौर पर बता देना चाहते हैं कि चाहे जो भी हो जाए इनके और इनकी पार्टी के बारे मे मीडिया पर सिर्फ महिमामंडन ही किया जाए अन्यथा इसका फल भुगतने को राज़ी रहे।
अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार - भ्रष्टाचार की रट लगा कर देश की युवा पीढ़ी का पूरा ब्रेन वॉश कर दिया है और इसी युवा पीढ़ी के बल पर केजरीवाल आने वाले समय मे देश की सत्ता को हथिया कर देश मे तानाशह बन जाना चाहते हैं। देश मे आज भ्रष्टाचार की समस्या ज़रूर है परंतु अरविंद स्वयं भी उस भ्रष्टाचार से दूर नहीं हैं। इनके जीवन का हर पहलू स्वयं भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है। लेकिन आज हिटलर रूपी ये केजरी युवा पीढ़ी को सिर्फ भ्रष्टाचार का राग बाँच कर बरगला कर उनका ब्रेन वाश कर रहा है। अगर एक पीढ़ी ही बर्बाद हो गई तो भविष्य मे भारत की स्थिति बद से बदतर होती जाएगी।
अपनी महत्वाकांक्षा के लिए हिटलर ने पूरे विश्व को युद्ध के आग मे धकेल दिया था और  केजरीवाल की महत्वाकांक्षा भी संपूर्ण भारत को जलाने के लिए काफी है। पिछले महीनो मे उनका व्यवहार इस बात का प्रमाण है की ये अपने अराजकतावादी साथियो और समर्थकों के साथ देश को अराजकता की आग मे झोंक देना चाहते हैं। युवा पीढ़ी जो भेड़ चाल मे इस हिटलर रूपी केजरीवाल के पीछे अंध भक्तों की तरह भाग रहा है, उनसे विनम्र निवेदन है की इस बहरूपिये के जाल मे न फंसे और इसकी चाल को समझें।
ये एक तयशुदा रणनीति के तहत किसी पर भी कोई भी इल्जाम लगा देता है जिसका इसके पास कोई सबूत नहीं होता और फिर अगर इससे कोई सवाल पूछा जाए तो वो उसका जवाब नहीं देना चाहता। हिटलर रूपी केजरीवाल की चाहत है कि इस देश मे सभी व्यवस्थाओं को झूठा , भ्रष्टाचारी बता कर उनके ऊपर अपना कब्जा जमा लिया जाए और फिर जिस तरह हिटलर ने सत्ता मे आने के बाद अपनी गेस्टापों के सीक्रेट पुलिस की सहायता से अपने सभी विरोधियो का दमन किया था,ऐसी ही इसकी भी चाहत है। केजरीवाल भी अपने विरोधियो का जबरन दमन कर आगे बढ़ जाना चाहता है। जिस तरह हिटलर का अहंकार उसके सर चढ़ कर बोलता था, उसी तरह इस कलयुगी भारतीय हिटलर केजरीवाल का अहंकार भी उसके सर चढ़ कर बोल रहा है। आने वाले चुनावों मे इस अहंकारी व्यक्ति को करारा जवाब दे कर इसके मंसूबों को तोड़ना अत्यंत ही ज़रूरी है। 

1 comment:

  1. काफी बढ़ीया लेखन। शुभकामनायें।

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