Thursday, March 25, 2010

मुझे इस कोरपोरेट फिनांस से बचाओ......

अभी पिछले ट्रेमेस्टर के रिजल्ट का दुःख ख़त्म भी नहीं हुआ था की तीसरे ट्रेमेस्टर के एग्जाम भी आ गए , और शुरुआत भी किस पेपर से , कोरपोरेट फिनांस से .. l ये ऐसा पेपर है जिसने हॉस्टल मे सारे लड़कों की नींद उड़ा रखी है , और ये तो पहला पेपर है , ना जाने आगे के पपेर्स मे क्या होने वाला है l पिछले एग्जाम मे भी मैंने और मुझ जैसे कुछ पढ़ाकू लड़कों ने ये प्रण लिया था की चलो इस बार जो हुआ सो हुआ लेकिन अगले ट्रेमेस्टर मे हम जरूर पढेंगे , लेकिन जैसे जैसे एग्जाम बीतते गए हमने उस प्रण को भी ताक पर रख दिया और जम कर बकैती काटी, और अब जब एग्जाम कल से शुरू हो रहे हैं तो फिर सोच रहे हैं की चलो इस ट्रेमेस्टर मे जो हुआ सो हुआ अगले ट्रेमेस्टर मे तो पढ़ कर ही रहेंगे l ये सिलसिला आखिरकार  कब तक चलेगा l हम कब पढना शुरू करेंगे l कल कल कर के तो तीन ट्रेमेस्टर बीता दिए हमने l अरे हम मुद्दे से फिसल गए , बात करनी थी कल के पेपर की और हम तो दूसरी तरफ चले गए थे l 
चलो बताते हैं कल के पेपर के बारे मे जो की कोरपोरेट फिनांस का पेपर है और जिसने सारे लड़कों की नींद उड़ा रखी है , लड़के  दो तीन दिनों से बुक और लैपि ले कर पढ़े जा रहे हैं , वैसे तो कोशिश मैंने भी करी थी , लेकिन दिमाग मे कुछ खास गया नहीं तो सोचा बिना मतलब दिमाग पर जोर डालने मे कोई फायदा तो है नहीं तो फिर क्यों समय व्यर्थ करें तो फिर हमने ये निश्चय किया की चलो जो होगा देखा जायेगा और किताब को दूर रख दिया l  वैसे मेरी उम्मीद के मुताबिक कम से कम दस लड़के तो होंगे ही जिन्हें कोरपोरेट फिनांस का "ऍफ़" तक नहीं आता होगा और दस ऐसे होंगे जिनसे "ऍफ़" के अलावा कुछ नहीं आता होगा , तो इसी बात को मद्देनज़र रखते हुए मैंने ये डीसाईड किया  है की अब जो होगा कल देखा जायेगा ,कुछ ना कुछ तो कर के आ ही जायेंगे पेपर मे l  वैसे मुझे नींद भी बहुत आ रही है और एग्जाम के पहले नींद अच्छी लेनी चाहिए तो मैं तो चला सोने , जो बच्चे अभी भी किताबों मे दिमाग घिस रहे हैं उन्हें मेरी तरफ से ढेरों शुभकामनायें , और मैं चाहूँगा की वो भी मेरे लिए भग्गू से दुआ करे l तो इन्ही शब्दों के साथ इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ , और उम्मीद करता हूँ की आप सभी पाठक अपने विशेष टिप्पणी से मेरे इस पोस्ट को ज़रूर सराहेंगे l 
शुभ रात्रि और पोस्ट पढने के लिए धन्यवाद .......

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