इसी महीने के अंतिम सप्ताहांत यानि की वीकेंड पर रिटेल प्रथम वर्ष को अमृतसर , धरमशाला और डलहौजी की 5 दिनों के ट्रिप पर ले जाने की योजना बन रही है l इस ट्रिप को लेकर आज कल रिटेल प्रथम वर्ष के छात्र और छात्राओं मे उत्साह का माहौल बना हुआ है l ट्रिप मे जाने को लेकर छात्र काफी ज्यादा उत्साहित हैं l छात्रों मे उत्साह का कारण ये है की इन 5 दिनों के लिए छात्रों ने कई प्लान बनाये हुए हैं , और इन प्लान की सफलता के लिए भी छात्र दृढसंकल्प हैं l वैसे अभी ट्रिप का जाना या ना जाना पक्का नहीं है , क्यूंकि अभी तक ट्रिप्स के फ़ाइनल कागजात पर दस्तखत नहीं हुए हैं l लेकिन हमारे छात्रों ने तो अभी से ही रास्ते के साजो सामान का इन्तेजाम शुरू कर दिया है l चलो ट्रिप नहीं भी गया तो ये साजो सामान यही पर यूज हो जायेंगे , क्यूंकि ये ख़राब होने वाली चीज तो हैं नहीं l कल तक ट्रिप का जाना या ना जाना फ़ाइनल हो जाने की पूरी सम्भावना है l उम्मीद है की छात्रों की भावनाओ के साथ खेलवाड़ नहीं किया जायेगा और ट्रिप जाने के कागजात पर दस्तखत हो जायेंगे l और देखने की बात ये भी है की ट्रिप पर जाने के लिए हमारे साथ कौन सी फैकल्टी तैयार होती है l वैसे अभी तक 3 फैकल्टी का नाम सामने आ रहा है , और देखने वाली बात ये है की इन तीनो मे से कौन रिस्क ले कर हमारे साथ ट्रिप पर जाने को तैयार होता है l उम्मीद है की कल तक ट्रिप भी फ़ाइनल हो जाएगी और फैकल्टी भी l
शुभकामना और विश्वास की इन्ही शब्दों के साथ उंगलियों को आराम देता हूँ l
और आज गणतंत्र दिवस की सुभकामनाओं के साथ इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ l
जय हिंद, जय भारत llll
ये ब्लॉग एक प्रयास है देश, दुनिया मे चल रही समसामयीक घटनाओ पर अपने विचार प्रस्तुत करने का। कुछ की नज़र मे ईमानदार, कुछ की नज़र मे समझदार, कुछ की नज़र मे बौद्धिक तो कुछ की नज़र मे बेकार। आस पास की घटनाओं पर पैनी नज़र जारी रहेगी और लिखता रहूँगा बेबाकी से। किसी की भावनाएं आहत न हो इसका पूरा प्रयास। लेकिन राष्ट्रवादी विचारधारा से कोई समझौता नहीं। मेरा प्रयास जारी रहेगा,और आपका बहुमूल्य सहयोग मिलेगा,यही उम्मीद करता हूँ।
Tuesday, January 26, 2010
Thursday, January 21, 2010
जिसका सबको था इन्तजार वो घडी आ गयी ......
आज का दिन किसी के लिए खुशियाँ तो किसी के लिए दुःख का सबब ले कर आया l
सेकंड ट्रेमेस्टर के रिजल्ट आ ही गए आखिर l रिजल्ट आने का सिलसिला कल शाम
से ही शुरू हो गया था जब इन्स्युरेंस वालो के रिजल्ट उनके नोटिस बोर्ड पर लग गए थे,
उसी समय से रीटेल के जिज्ञासू छात्र छात्राओं ने एग्जमिनासन सेल के चक्कर लगा लगा
कर रिजल्ट आने का समय पता कर ही लिया था l और उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट
आज दोपहर मे ३ बजे के उपरान्त नोटिस बोर्ड पर लगा दिया गया l रिजल्ट लग जाने की
सुचना मिलते ही छात्रो मे अपना अपना रिजल्ट देखने की होड़ सी लग गयी l
छात्र चलती क्लास से भाग कर कोरिडोर मे आ गए और नोटिस बोर्ड से ऐसे चिपक गए
जैसे कोई छिपकली दीवार से चिपक जाती है l
खैर सबने रिजल्ट देखा , कही उत्साह थी तो कही निराशा l किसी के चेहरे पर अच्छे मार्क्स
की ख़ुशी थी , तो किसी की आँखों मे अच्छे मार्क्स ना आने की निराशा साफ़ झलक रही थी l
चलो जो भी हुआ अच्छा ही हुआ l आज छात्रो मे रिजल्ट आने के बाद की ख़ुशी या गम की
पार्टी मानाने की होड़ सी थी l सभी आज के इस दिन को पुरे मजे से सेलिब्रेट करना चाहते थे l
कईयों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और आज ग्रेटर नोएडा मे जगह जगह हमारे छात्र
रिजल्ट की ख़ुशी या गम को सेलिब्रेट करते पाए गए l
लेकिन आज के इस रिजल्ट के बाद मेरा तो ग्रेडिंग सिस्टम से पुआ विश्वास ही उठ गया l
इस विश्वास के मंजिल की बुनियाद हिलने का कारण भी मैं जरूर बताऊँगा l
जैसा की आप सभी को पता ही है की पिछले ट्रेमेस्टर मे मेरे ग्रेड 5.83 थे और मेरे पीछे
तकरीबन 18 छात्र थे , और इस बार जबकि मेरे ग्रेड 6.09 आये है तब मेरे पीछे केवल
8 छात्र ही हैं l इसी कारणवश मेरे इस ग्रेडिंग सिस्टम से पूरा विश्वास ही हिल चूका है l
खैर मार्क्स की परवाह मैंने आज तक कभी नहीं की है , तो अब भी नहीं करूँगा l
आज के इस पोस्ट को यही पर विराम देता हूँ और अपने लैपटॉप के कीबोर्ड को भी
थोडा सा आराम देता हूँ l और इसी वादे के साथ इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ की
जल्दी ही अगले पोस्ट के साथ वापस आऊँगा l
l l धन्यवाद l l
सेकंड ट्रेमेस्टर के रिजल्ट आ ही गए आखिर l रिजल्ट आने का सिलसिला कल शाम
से ही शुरू हो गया था जब इन्स्युरेंस वालो के रिजल्ट उनके नोटिस बोर्ड पर लग गए थे,
उसी समय से रीटेल के जिज्ञासू छात्र छात्राओं ने एग्जमिनासन सेल के चक्कर लगा लगा
कर रिजल्ट आने का समय पता कर ही लिया था l और उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट
आज दोपहर मे ३ बजे के उपरान्त नोटिस बोर्ड पर लगा दिया गया l रिजल्ट लग जाने की
सुचना मिलते ही छात्रो मे अपना अपना रिजल्ट देखने की होड़ सी लग गयी l
छात्र चलती क्लास से भाग कर कोरिडोर मे आ गए और नोटिस बोर्ड से ऐसे चिपक गए
जैसे कोई छिपकली दीवार से चिपक जाती है l
खैर सबने रिजल्ट देखा , कही उत्साह थी तो कही निराशा l किसी के चेहरे पर अच्छे मार्क्स
की ख़ुशी थी , तो किसी की आँखों मे अच्छे मार्क्स ना आने की निराशा साफ़ झलक रही थी l
चलो जो भी हुआ अच्छा ही हुआ l आज छात्रो मे रिजल्ट आने के बाद की ख़ुशी या गम की
पार्टी मानाने की होड़ सी थी l सभी आज के इस दिन को पुरे मजे से सेलिब्रेट करना चाहते थे l
कईयों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और आज ग्रेटर नोएडा मे जगह जगह हमारे छात्र
रिजल्ट की ख़ुशी या गम को सेलिब्रेट करते पाए गए l
लेकिन आज के इस रिजल्ट के बाद मेरा तो ग्रेडिंग सिस्टम से पुआ विश्वास ही उठ गया l
इस विश्वास के मंजिल की बुनियाद हिलने का कारण भी मैं जरूर बताऊँगा l
जैसा की आप सभी को पता ही है की पिछले ट्रेमेस्टर मे मेरे ग्रेड 5.83 थे और मेरे पीछे
तकरीबन 18 छात्र थे , और इस बार जबकि मेरे ग्रेड 6.09 आये है तब मेरे पीछे केवल
8 छात्र ही हैं l इसी कारणवश मेरे इस ग्रेडिंग सिस्टम से पूरा विश्वास ही हिल चूका है l
खैर मार्क्स की परवाह मैंने आज तक कभी नहीं की है , तो अब भी नहीं करूँगा l
आज के इस पोस्ट को यही पर विराम देता हूँ और अपने लैपटॉप के कीबोर्ड को भी
थोडा सा आराम देता हूँ l और इसी वादे के साथ इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ की
जल्दी ही अगले पोस्ट के साथ वापस आऊँगा l
l l धन्यवाद l l
Friday, January 15, 2010
जी.एन . हॉस्टल की कोरिडोर्स और सीढ़ियों पर आशिकों का जमावड़ा .....
जनवरी की इन सर्द रातो मे जब कमरे से बाहर निकलता हूँ तो कोरिडोर्स और
सीढ़ियों को देख कर लगता ही नहीं है की ग्रेटर नोएडा का तापमान 6 डिग्री सेल्सिअस
के आस पास है l खैर ये ब्लॉग मैं भारत का तापमान बताने के लिए नहीं वरण जी.
एन . हॉस्टल की सीढ़ियों पर रात रात भर चलने वाले आशिकी का दौर के बारे मे लिखने वाला हूँ
तो उसी पर केन्द्रित करूंगा l चलो ट्रेन पटरी पर लाते हैं और बताते हैं की जनवरी की
इन सर्दियों मे भी कोरिडोर्स मे और सीढ़ियों पर तापमान इतना बढ़ा हुआ क्यूँ है ?
तो इस अनमोल प्रश्ण का जवाब भी मैं ही दूंगा क्यूंकि यहाँ पर क्विज़ मास्टर भी मैं ही हु
और क्विज़ मे भाग लेने वाला प्रतियोगी भी मैं ही l और ये क्विज़ क्लास मे होने वाली क्विजेस
की तरह बोर भी नहीं है l हा तो मैं कहा था , मैं बता रहा था की एग्जाम तो कब के खत्म
हो गए , रिजल्ट आने मे भी अभी ४ -५ दिन का समय है और ओ.एल.टी. का दौर अभी शुरू हुआ नहीं है
तो आखिर हमारे जागरूक और प्रतिभावान छात्र करे तो क्या करे , तो छात्रो ने बड़ा ही पुराना और हमेशा सही
निशाने पर लगने वाला तीर चलाया है और वो है बातो का घंटो तक चलने वाला सिलसिला l जी हा
सही पढ़ा आप लोगो ने बातो का सिलसिला , आज कल सीढियों और कोरिडोर्स मे रात के 2 - 3 बजे तक आशिकों की बातो का दौर चलता ही रहता है l और ये बेचारे आशिक अपनी बातो मे इतना ज्यादा खोये रहते है की इन्हें आस पास होने वाली बातो का कुछ भी पता नहीं रहता है और ये सभी चीजों से अनजान अपनी प्यार की दुनिया मे ही खोये रहते हैं l
चलो हम तो इनकी प्यार , इश्क और मोहब्बत भरी बातो के सफल होने की कामना करते हैं और उम्मीद करते है की जब १० साल बाद अलुमनी मीट मे आयेंगे तो उस साल की पी. पी. टी . मे हमारे बीच के २ - ३ जोड़ों के फोटो तो मिल ही जायेंगे l
खैर इन्ही शुभकामना के शब्दों के साथ इस पोस्ट को भी समाप्त करता हूँ l
पोस्ट पढने के लिए हमारे जागृत पाठको का धन्यवाद l l l l l
सीढ़ियों को देख कर लगता ही नहीं है की ग्रेटर नोएडा का तापमान 6 डिग्री सेल्सिअस
के आस पास है l खैर ये ब्लॉग मैं भारत का तापमान बताने के लिए नहीं वरण जी.
एन . हॉस्टल की सीढ़ियों पर रात रात भर चलने वाले आशिकी का दौर के बारे मे लिखने वाला हूँ
तो उसी पर केन्द्रित करूंगा l चलो ट्रेन पटरी पर लाते हैं और बताते हैं की जनवरी की
इन सर्दियों मे भी कोरिडोर्स मे और सीढ़ियों पर तापमान इतना बढ़ा हुआ क्यूँ है ?
तो इस अनमोल प्रश्ण का जवाब भी मैं ही दूंगा क्यूंकि यहाँ पर क्विज़ मास्टर भी मैं ही हु
और क्विज़ मे भाग लेने वाला प्रतियोगी भी मैं ही l और ये क्विज़ क्लास मे होने वाली क्विजेस
की तरह बोर भी नहीं है l हा तो मैं कहा था , मैं बता रहा था की एग्जाम तो कब के खत्म
हो गए , रिजल्ट आने मे भी अभी ४ -५ दिन का समय है और ओ.एल.टी. का दौर अभी शुरू हुआ नहीं है
तो आखिर हमारे जागरूक और प्रतिभावान छात्र करे तो क्या करे , तो छात्रो ने बड़ा ही पुराना और हमेशा सही
निशाने पर लगने वाला तीर चलाया है और वो है बातो का घंटो तक चलने वाला सिलसिला l जी हा
सही पढ़ा आप लोगो ने बातो का सिलसिला , आज कल सीढियों और कोरिडोर्स मे रात के 2 - 3 बजे तक आशिकों की बातो का दौर चलता ही रहता है l और ये बेचारे आशिक अपनी बातो मे इतना ज्यादा खोये रहते है की इन्हें आस पास होने वाली बातो का कुछ भी पता नहीं रहता है और ये सभी चीजों से अनजान अपनी प्यार की दुनिया मे ही खोये रहते हैं l
चलो हम तो इनकी प्यार , इश्क और मोहब्बत भरी बातो के सफल होने की कामना करते हैं और उम्मीद करते है की जब १० साल बाद अलुमनी मीट मे आयेंगे तो उस साल की पी. पी. टी . मे हमारे बीच के २ - ३ जोड़ों के फोटो तो मिल ही जायेंगे l
खैर इन्ही शुभकामना के शब्दों के साथ इस पोस्ट को भी समाप्त करता हूँ l
पोस्ट पढने के लिए हमारे जागृत पाठको का धन्यवाद l l l l l
Tuesday, January 12, 2010
बोया पेड़ बबूल का तो आम कहा से पायेगा
अंततः सेकंड ट्रेमेस्टर के एग्जाम के रिजल्ट आने के दिन नजदीक आ गए हैं l बच्चो ने जो भर भर के ऐंसर शीत लिखे थे उनका फल बच्चो को जल्दी ही ग्रेड्स और टी जी पी ए के रूप मे देखने को मिलेगा l इन्तेजार सभी को है खास कर उन छात्रों को जिन्होंने एग्जाम के पेपर्स मे दबा के फट्टे मारे थे l
ऐसी अफवाहे सुनने को मिल रही हैं की बिसिनेस कम्युनिकेसन के पेपर मे एक दो बच्चो की लंका भी लग गयी है l पता नहीं कौन हैं वो बदनसीब बच्चे , कही उन बच्चो मे मेरा नाम तो नहीं l चलो अब जो किस्मत मे लिखा होगा वो तो होगा ही उसे तो कोई काट नहीं सकता l वैसे भी मैं सक्सेस के पीछे नहीं भागता l क्यूंकि किसी महान आदमी ने कहा है की सक्सेस के पीछे मत भागो एक्सिलेंस के पीछे भागो सक्सेस तो साली झक मार के खुद ब खुद पीछे भाग कर आएगी , और मैंने तो बचपन से ही इसी फंडा को अपना जीवन उद्देश्य बनाया हुआ है l तो रिजल्ट का इन्तजार कर रहे सभी छात्रों को हमारे पुरे टीम की तरफ से ढेरों शुभकामनाये l उम्मीद है की सारे बच्चे अच्छे मार्कस से पास हो जायेंगे l
और पिछले कुछ दिनों से मेरे खराब स्वास्थ्य के कारण मैं ब्लॉग अपडेट नहीं कर पाया , जिससे कुछ जागरूक पाठकों को काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ा था l उसके लिए मैं अभी पाठकों से क्षमा प्रार्थी हूँ , अब इस ब्लॉग को नियमित रूप से अपडेट रखने की मैं पूरी कोशिश करूंगा l इन्ही शब्दों के साथ मैं इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ और अगले पोस्ट के लिए किसी धाँसू टोपिक की तलाश मे निकलता हूँ l
धन्यवाद ..........
ऐसी अफवाहे सुनने को मिल रही हैं की बिसिनेस कम्युनिकेसन के पेपर मे एक दो बच्चो की लंका भी लग गयी है l पता नहीं कौन हैं वो बदनसीब बच्चे , कही उन बच्चो मे मेरा नाम तो नहीं l चलो अब जो किस्मत मे लिखा होगा वो तो होगा ही उसे तो कोई काट नहीं सकता l वैसे भी मैं सक्सेस के पीछे नहीं भागता l क्यूंकि किसी महान आदमी ने कहा है की सक्सेस के पीछे मत भागो एक्सिलेंस के पीछे भागो सक्सेस तो साली झक मार के खुद ब खुद पीछे भाग कर आएगी , और मैंने तो बचपन से ही इसी फंडा को अपना जीवन उद्देश्य बनाया हुआ है l तो रिजल्ट का इन्तजार कर रहे सभी छात्रों को हमारे पुरे टीम की तरफ से ढेरों शुभकामनाये l उम्मीद है की सारे बच्चे अच्छे मार्कस से पास हो जायेंगे l
और पिछले कुछ दिनों से मेरे खराब स्वास्थ्य के कारण मैं ब्लॉग अपडेट नहीं कर पाया , जिससे कुछ जागरूक पाठकों को काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ा था l उसके लिए मैं अभी पाठकों से क्षमा प्रार्थी हूँ , अब इस ब्लॉग को नियमित रूप से अपडेट रखने की मैं पूरी कोशिश करूंगा l इन्ही शब्दों के साथ मैं इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ और अगले पोस्ट के लिए किसी धाँसू टोपिक की तलाश मे निकलता हूँ l
धन्यवाद ..........
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