आज का दिन किसी के लिए खुशियाँ तो किसी के लिए दुःख का सबब ले कर आया l
सेकंड ट्रेमेस्टर के रिजल्ट आ ही गए आखिर l रिजल्ट आने का सिलसिला कल शाम
से ही शुरू हो गया था जब इन्स्युरेंस वालो के रिजल्ट उनके नोटिस बोर्ड पर लग गए थे,
उसी समय से रीटेल के जिज्ञासू छात्र छात्राओं ने एग्जमिनासन सेल के चक्कर लगा लगा
कर रिजल्ट आने का समय पता कर ही लिया था l और उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट
आज दोपहर मे ३ बजे के उपरान्त नोटिस बोर्ड पर लगा दिया गया l रिजल्ट लग जाने की
सुचना मिलते ही छात्रो मे अपना अपना रिजल्ट देखने की होड़ सी लग गयी l
छात्र चलती क्लास से भाग कर कोरिडोर मे आ गए और नोटिस बोर्ड से ऐसे चिपक गए
जैसे कोई छिपकली दीवार से चिपक जाती है l
खैर सबने रिजल्ट देखा , कही उत्साह थी तो कही निराशा l किसी के चेहरे पर अच्छे मार्क्स
की ख़ुशी थी , तो किसी की आँखों मे अच्छे मार्क्स ना आने की निराशा साफ़ झलक रही थी l
चलो जो भी हुआ अच्छा ही हुआ l आज छात्रो मे रिजल्ट आने के बाद की ख़ुशी या गम की
पार्टी मानाने की होड़ सी थी l सभी आज के इस दिन को पुरे मजे से सेलिब्रेट करना चाहते थे l
कईयों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और आज ग्रेटर नोएडा मे जगह जगह हमारे छात्र
रिजल्ट की ख़ुशी या गम को सेलिब्रेट करते पाए गए l
लेकिन आज के इस रिजल्ट के बाद मेरा तो ग्रेडिंग सिस्टम से पुआ विश्वास ही उठ गया l
इस विश्वास के मंजिल की बुनियाद हिलने का कारण भी मैं जरूर बताऊँगा l
जैसा की आप सभी को पता ही है की पिछले ट्रेमेस्टर मे मेरे ग्रेड 5.83 थे और मेरे पीछे
तकरीबन 18 छात्र थे , और इस बार जबकि मेरे ग्रेड 6.09 आये है तब मेरे पीछे केवल
8 छात्र ही हैं l इसी कारणवश मेरे इस ग्रेडिंग सिस्टम से पूरा विश्वास ही हिल चूका है l
खैर मार्क्स की परवाह मैंने आज तक कभी नहीं की है , तो अब भी नहीं करूँगा l
आज के इस पोस्ट को यही पर विराम देता हूँ और अपने लैपटॉप के कीबोर्ड को भी
थोडा सा आराम देता हूँ l और इसी वादे के साथ इस पोस्ट को समाप्त करता हूँ की
जल्दी ही अगले पोस्ट के साथ वापस आऊँगा l
l l धन्यवाद l l
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