बिम्टेक मे जो दुसरे त्रैमेस्टर के एग्जाम चल रहे हैं उस एग्जाम मे
छात्रों मे फट्टे मारने का कम्पिटीसन चल रहा है । हर क्लास मे मौजूद
हमारे संवाददाताओं के अनुसार हरेक क्लास मे बच्चे अपनी ऐंसर शीट
मे जमा के फट्टे मार रहे हैं । जैसे के एग्जाम मे सबसे ज्यादा फट्टे मारने
वाले बच्चे को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाना हो । हरेक एग्जाम
मे बच्चे ऐंसर शीट की एक्स्ट्रा कोपी ले ले कर इनविजिलेटर को भी
परेशान कर दे रहे हैं ।लेकिन इन छात्रों के बीच कुछ छात्र मेरे तरह के भी है
जो पर्यावरण को लेकर बहुत ज्यादा जागरूक हैं । मेरे जैसे छात्रों को तो
इ वाई इ सी और यू एफ़ ई जैसे संस्थाओं का आजीवन ब्रांड अम्बसडर
बना देना चाहिए , क्यूंकि मैं और मेरे जैसे कुछ और छात्रों ने प्रण लिया है
की हमको पर्यावरण को बचाना है । इसलिए हम एग्जाम मे कुछ लिखते ही
नही हैं। हम इस प्रण को अगले आने वाले एग्जाम्स मे भी पूरी तरह निभाने
का प्रयास करेंगे । क्यूंकि एक एन्सर शीट बनाने के लिए एक वृक्ष को काटना
होता है , इसलिए हम अपने एन्सर शीट की कई पेजेस खली छोड़ के आते हैं ,
जिससे की उन खली बची पेजेस का इस्तेमाल अगले एग्जाम मे फिर से हो सके ।
तो हमारे इस प्रण मे आप सभी जागरूक नागरिक भी हिस्सा ले , और वृक्ष
बचाने कीहमारी इस मुहीम मे शामिल हो जाये ।
क्यूंकि सिर्फ किसी संस्था के मेंबर बन जाने से पर्यावरण के प्रति आपकी
जागरूकता दिखाई नही देती । इसे आपको अपने जीवन मे किये गए
कार्यों से भी दिखाना होगा ।
उम्मीद है हमारी इस मुहीम मे कुछ जागरूक छात्र अवश्य हमारा साथ देंगे ।
इन्ही शब्दों के साथ मैं अपने इस पोस्ट का समापन करता हूँ और
अपने साथ कुछ नए स्वयंसेवियों (volunteers ) के आने की उम्मीद
रखता हूँ ।
हमारा नारा है -" एन्सर शीट को ज्यादा मत सजाओ और एक वृक्ष बचाओ "
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