Monday, October 8, 2012

खेलें हम जी जान से , पार्टी करे और भी शान से .....

इस पोस्ट का शीर्षक पढ़ कर आपको कही ऐसा तो नहीं लगा की मैं अभिषेक बच्चन की फिल्म के बारे में लिखने जा रहा हु जिसका शीर्षक भी 'खेलें हम जी जान से' था । खैर ऐसा कुछ नहीं है ,ये पोस्ट भी मेरे पिछले कुछ पोस्ट की तरह टी 20 विश्व कप से ही सम्बंधित है । पुरे टूर्नामेंट के दौरान इंडिया के बाद मेरी पसंद वेस्ट इंडीज़ की टीम ही थी और जब इंडिया की टीम का सफ़र सुपर ऐट के बाद समाप्त हो गया था तो मेरी ख्वाहिश यही थी की ' बेस्ट ' इंडीज़ की टीम ही फ़ाइनल को जीत कर टी 20 की विश्व विजेता बने ।  सेमी फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को धुल चटाने बाद फ़ाइनल में सामना श्री लंका से था जो की पाकिस्तान को हरा के फ़ाइनल तक पहुची थी , और एक मजबूत प्रतिद्वंदी थी । और श्री लंका की टीम के साथ सबसे बड़ी फायदेमंद बात ये थी की वो अपने देश में अपने प्रशंषको के बीच खेल रहे थे , और मैच के लिए पिच भी उन्होंने अपने हिसाब से काफी सोच समझ के ही बनाई थी ।
खैर श्री लंका की टीम को होम ग्राऊंड का फायदा मिला भी और गेल, जो की टी 20 फॉर्मेट के काफी खतरनाक खिलाडी हैं , मैच के शुरुआती ओवेर्स में संघर्ष करते नज़र आये और ज्यादा योगदान दिए बगैर पवेलियन लौट गए। लेकिन वेस्ट इंडीज़ की टीम ने ख़राब शुरुआत के बाद सम्भलते हुए एक सम्मानजनक  एवम  प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर  बनाया और श्री लंका की टीम को 37 रनों से हराते हुए टी 20 विश्व कप का ख़िताब अपने नाम कर लिया l विश्व विजेता बनने  के लिए वेस्ट इंडीज़ टीम को तकरीबन 33 सालों तक इंतज़ार करना पड़ा और इस इन्तेजार के बाद जब टीम विजेता बनी तो टीम ने इस जीत का पूरा लुत्फ़ उठाया और उनके जीत के जश्न का अंदाज़ बेशक काबिल-ए -तारीफ था l पूरी टीम ने एक जुटता दिखाते हुए पहले तो मैच का पलड़ा अपनी तरफ किया और मैच  जीतने के बाद उसी एक जुटता से टीम ने पुरे ग्राऊंड पर घूम कर 'गंगनम ' स्टाइल से डांस करते हुए स्टेडियम में मौजूद और टेलीविजन पर प्रसारण देख रहे दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया ।
मेरा हमेशा से मानना रहा है की कैरिबियन टीम जितने मजे से खेल का आनंद उठती है उसके ज्यादा मजे से पार्टी भी करती है । कल की जीत के बाद का टीम वेस्ट इंडीज़ का अंदाज़ देखने लायक था जो इस बात की तरफ इशारा ज़रुर करती है की 'वर्क हार्ड पार्टी हार्डर' । टीम वेस्ट इंडीज़ के लिए ये जीत जश्न का माहौल तो ले के आयी ही साथ ही  ये जीत उनके लिए एक नए उर्जा की तरह भी है । क्यूंकि इस तरह की विश्व स्तरीय जीत टीम को काफी उत्साह से भर देती है और उम्मीद है टीम इस जीत के बाद  आगे भी अच्छा प्रदर्शन ज़ारी रखेगी
 टीम वेस्ट इंडीज़ की इस जीत के बारे और उस जीत के बाद के जश्न के लिए  'खेले वो जी जान  से ,और पार्टी करे और भी शान से' , इससे अच्छा शीर्षक मुझे तो कोई और समझ नहीं आता । इसीलिए मैंने अपने पोस्ट के लिए इसी शीर्षक को चुना । खेल भावना से खेले गए मैचेस में मिली जीत का एक अलग ही अनुभव होता है जो की टीम वेस्ट इंडीज़ महसूस कर रही होगी । आगे भी इसी तरह के मैचेस और उसके बाद के जश्न का इंतज़ार रहेगा ।

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