Friday, October 5, 2012

कुछ नया हो जाये...ब्लॉग्गिंग की नयी शुरुआत पाकिस्तान की करारी हार के साथ

काफी दिनों से ब्लॉग्गिंग की दुनिया में कुछ नया लिख नहीं पा  रहा था , कारण ये था की जब से कॉलेज छुटा  था तब से ही कोई ऐसा विषय मिला नहीं था कि जिसके बारे में कुछ लिखा जाए l  कॉलेज में जो भी लिखता था वो तो हास्य और उपहास के लिए ही लिखा करता था l परन्तु आज ऐसे ही फेसबुक पर किये गए एक पोस्ट पर हमारे एक मित्र ने हमें सुझाव दिया की मेरी बाते वास्तविकता से रूबरू कराती हैं और उन्होंने ये भी कहा की मै अपनी बाते और सशक्त माध्यम के द्वारा लोगो तक पहुचाया करू l खैर इन्टरनेट के इस माध्यम से और सशक्त माध्यम मुझे और कोई समझ नहीं आता ,तो मैंने सोचा की क्यों न सोये पड़े अपने इस ब्लॉग को ही आज पुनः जगा  दिया जाये l
ब्लॉग का माध्यम तो मिल गया था अपनी बाते लोगो तक पहुचने के लिए परन्तु आज इसकी शुरुआत किस टॉपिक के द्वारा की जाये ये भी एक महत्वपूर्ण प्रश्न था l तभी अकस्मात् आज के हुए टी 20 विश्व कप के मैच का ध्यान आया l ये मैच वैसे तो हमारे देश का नहीं था परन्तु बहुत हद्द तक महत्वपूर्ण था , कारण ये था की मैच था हमारे चिर परिचित प्रतिद्वंदी पाकिस्तान का ,जो की ऑस्ट्रेलिया की भीख से सेमी फ़ाइनल तक पहुच पाया था l  मुझे 2 अक्टूबर का मैच के बाद का वो दृश्य याद था जब भारत के साउथ अफ्रीका से जीतने के बाद भी हम सेमी फ़ाइनल तक नहीं पहुच पाए थे और वो पाकिस्तान जिसे हमने अपने पिछले ही  मैच में धुल चटाई थी ऑस्ट्रेलिया की धूर्तता के कारन सेमी फ़ाइनल तक पहुचने में सफल रहा था l पाकिस्तान के प्रशंशक हमारी हार को और भीख  में मिली अपनी जीत से  ये समझ बैठे की अब तो वो विश्व कप जीत के ही रहेंगे l  लेकिन वो ये भूल गए थे कि दान में मिले देश और भीख में मिले जिस जीत की वजह से जो वो इतना फुदक रहे थे वो ज्यादा समय की मेहमान है नहीं l  आज श्रीलंका के रावण के चेलों ने इन कमबख्त पाकिस्तानियों को वो धुल चटाई की वो ही प्रशंशक जो परसों तक पुरे स्टेडियम में घूम घूम कर पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगा रहे थे आज खोजते भी नहीं मिले l शायद सारे जितनी जल्दी हो सके लाहोर वापसी की टिकट करने निकल पड़े थे l  काफी ख़ुशी का दिन है दो दिन से ठीक से सो नहीं पा रहा था परन्तु आज मजे की नींद आएगी l इसीलिए आज इन्ही शब्दों के साथ ये ब्लॉग समाप्त करता हु की चाहे दुनिया इधर की उधर हो जाये  "बेटा तो बेटा ही रहता है और बाप हमेशा बाप ही रहता  है  l "



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